यह 10 अच्छी आदतें बच्चों को जरूर सिखाएं – good habits for kids in hindi
10 तरीके बच्चों की अच्छी आदतों के लिए – good habits for kids in hindi
बच्चों को अच्छी आदतें सिखाना बहुत जरूरी है क्योंकि क्योंकि इससे वह एक अच्छा इंसान बनते हैं और अपने जीवन में प्रगति करते हैं और खुशहाल रहते हैं क्योंकि अच्छी आदतें ही अच्छे चरित्र का निर्माण करती हैं।
• बच्चों को बड़ों का आदर करना और विनम्र रहना सिखाएं
हम सभी को भी यह अच्छा लगता है कि कोई हमसे अच्छे से बात करें और हमारा आदर करें हम से सम्मान पूर्वक पेश आए, जब हमें यह अच्छा लगता है तो दूसरों को भी यह अच्छा लगता है इसीलिए हमेशा अपने बच्चों को बड़ों का आदर करना सिखाए और विनम्र रहना सिखाएं अपने बच्चों को अच्छे संस्कारों का ज्ञान दें अच्छी और बुरी सारी बातें बच्चों को बताएं हो सकता है बच्चे सभी बातें एक ही बार में ना सीखे लेकिन उन्हें हर दिन एक अच्छी बातें या एक अच्छी समझ जरूर दें उन्हें यह सिखाएं कि उन्हें सभी से शांतिपूर्वक बात करना चाहिए, ज्यादा तेज आवाज में किसी से बात ना करें, और ना ही अपने से बड़ों पर गुस्सा करना चाहिए या तेज़ आवाज़ में बात करना चाहिए। जब बच्चा यह गुण सीखेगा तो उसे समाज से भी आदर और सम्मान मिलेगा उसकी प्रशंसा होगी जिससे उसका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
• आदतों को खेल – खेल में सिखाएं
बच्चों को कोई भी काम सिखाना या कोई भी आदत सिखाना आसान नहीं है यदि आप बच्चों को मारकर, डांटकर, या प्रेशर डालकर कोई आदत सिखाएंगे तो इससे बच्चे मारना, डांटना, और प्रेशर डालने की आदत सीख जाएंगे हो सकता है कि वह अच्छी आदत न सीख पाएं उल्टा मरना या डांटना सीख जाएं इसलिए अगर आपको बच्चे को अच्छी आदत है सिखाना चाहते हैं तो उन्हें उस आदत को खेल-खेल में सिखाएं मतलब आप कोई भी आदत उसे सिखाना चाहते हैं तो उसको खेल के रूप में बदल दे जिससे कि बच्चा वह आदत मस्ती करके खेल खेल में वह आदत सीख जाएगा।
• इनाम का प्रयोग करें छड़ी का नहीं
आप इनाम का प्रयोग कर सकते हैं छड़ी का नहीं मतलब की डांटने मारने के अलावा आप उन्हें इनाम के रूप में कुछ दे सकते हैं कई बार पेरेंट्स यह कोशिश करते हैं कि बच्चों को डांटकर या पनिशमेंट देकर कुछ सिखाएं लेकिन यह तरीका काम नहीं करता दोस्तों बच्चे को मारने या डांटने से गलतियों के बारे में सीखते हैं ना कि अच्छी आदतों के बारे में इसीलिए आप इनकी जगह पर इनाम तारीफ या गिफ्ट का प्रयोग करें डांटने मारने का नहीं।
• हर काम में सर्वोत्तम बनाना
बच्चों को सर्वोत्तम बनाने की कोशिश ना करें कई पेरेंट्स यह चाहते हैं कि हमारें बच्चे सभी काम में सर्वोत्तम बने सबसे अच्छे बने और इसी की चाह में है वह अपने बच्चों पर ज्यादा प्रेशर डालने लगते हैं लेकिन यह संभव नहीं है बच्चे गलती करते हैं और हम बड़े भी गलती करते हैं हुए भी कई बार फेल होते हैं तो इसलिए आपको भी धैर्य रखने की जरूरत है यह उम्मीद ना करें कि वह हर चीज में बेस्ट बन जाएगा आप उन्हें प्यार मोहब्बत से चीजें सिखाएं बहुत सी चीजें सीखने में समय लगता है उन्हें भी समय दें क्योंकि रातों-रात तो कोई भी अच्छी आदतें नहीं सीख सकता जब बड़े-बड़े अच्छी आदतें रातों-रात नहीं सीख पाते तो बच्चे कैसे सीख पाएंगे इसीलिए धैर्य रखें और बच्चे के ऊपर ज्यादा प्रेशर ना डालें।
• आप भी सीखें और सिखाएं भी
आप भी जब कुछ अच्छी आदतें सीखेंगे अच्छी आदतों पर अमल करेंगे तो आपको देखकर आपका बच्चा भी वही सीखेगा जैसे अगर आप कोई किताब पढ़ने की आदत खुद में लाते हैं तो आपको देखकर आपका बच्चा भी वही करेगा वह भी अपनी किताब उठाकर पड़ेगा अगर आप यही सीखने और सिखाने की प्रक्रिया अपनाते हैं तो आप अपने बच्चों को अच्छी आदतें जल्दी से सिखा पाएंगे क्योंकि बच्चे अक्सर जो भी आदतें सीखते हैं वह अपने से बड़ों को देख कर ही सीखते हैं इसीलिए ध्यान रहे कि आपको भी अपनी आदतों में कुछ बदलाव करना पड़ सकता है।
• बच्चों का फोकस और एकाग्रता बढ़ाएं
बच्चों को अगर अच्छी आदतें सिखाना है तो उसकी एकाग्रता भी आपको बढ़ानी पड़ेगी बच्चों की एकाग्रता बढ़ाने के लिए आपको उस उम्र में प्रेरणा स्त्रोत विकसित करना पड़ेगा जैसे आप उनकी तारीफ कर सकते हैं उनको कुछ पजल वाले गेम्स खिला सकते हैं जिससे कि उनको अपने दिमाग का उपयोग ज्यादा करना पड़े इससे बच्चे की एकाग्रता बढ़ती है आप उन्हें कुछ अच्छी प्रेरणादायक कहानी भी सुना सकते हैं स्कूलों में उन्हें कई तरह के पार्टिसिपेट करने को कह सकते हैं इससे बच्चे का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और उसकी एकाग्रता भी बढ़ेगी।
• उपलब्धियों का उत्सव मनाए
आपके बच्चे ने कोई भी उपलब्धि प्राप्त की हो चाहे वह छोटी ही क्यों ना हो जैसे स्कूल में कोई प्राइस जीता हो या टेस्ट में अच्छे मार्क्स लाए हो उसकी हर छोटी उपलब्धि पर एक जश्न की तरह बनाएं इससे बच्चे का उत्साह बढ़ेगा और वह आगे भी इसी तरह उपलब्धियां प्राप्त करता रहेगा और इसी से बच्चे को अच्छे काम करने की प्रेरणा मिलती है इससे बच्चों को यह सीख मिलती है कि लक्ष्य को प्राप्त करना एक बहुत अच्छी बात है।
• पौष्टिक भोजन
बच्चों में पौष्टिक भोजन की आदत डालने के लिए उन्हें फास्ट फूड से दूर रखें जैसे कुरकुरे, चिप्स, पानी पुरी, मिठाई, नूडल्स, पिज़्ज़ा, बर्गर यही चीजें बच्चों को ज्यादा अच्छी लगती है लेकिन आपको उन्हें इन से दूर रखना है, क्योंकि मार्केट में मिलने वाली चीजों जैसे बर्गर पिज़्ज़ा नूडल्स आदि में वसा की मात्रा ज्यादा होती है जिससे बच्चे मोटापे का शिकार हो सकते हैं।
इसीलिए अगर बच्चे का खाने का मन है तो आप उन्हें घर पर यही चीजें बनाकर खिला सकते हैं जिससे कि बच्चा स्वस्थ भी रहेगा और उसे यह खाने में मजा भी आएगा बच्चे को यह यह समझाएं कि बाहर का खाना हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता या फिर यही बात आप उन्हें एक कहानी बनाकर भी सिखा सकते हैं जिससे कि बच्चे को अच्छी तरह से यह बात समझ में आ जाएगी।
• इमानदारी सिखाएं
ईमानदारी एक बहुत ही अच्छा गुण है इसे हर माता-पिता को अपने बच्चों को बचपन से ही सिखाना चाहिए बच्चों को यह गुण सिखाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उन्हें इमानदारी वाली कहानी सुनाएं जिससे उस कहानी में कोई सीख हो कहानियों का बच्चों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है यह भी बताएं कि ईमानदार होने से हम सबसे अच्छे कैसे बन सकते हैं और इमानदारी से क्या फायदे होते हैं याद रहे कहानी के अलावा आप भी अपने जीवन में छोटे-छोटे कामों में ईमानदारी दिखाएं जिसे देखकर बच्चे को भी यह आदत बन जाए क्योंकि बच्चे हमेशा बड़ों को देखकर ही चीजें सीखते हैं।
• “नमस्ते” “कृपया” “धन्यवाद” “आप” जैसे शब्द सिखाएं
आप अपने बच्चों को “धन्यवाद” “आप” जैसे शब्द सिखाएं इन शब्दों का प्रयोग जब बच्चे करते हैं तो वह एक सभ्य, और संस्कारी बच्चे दिखाई पड़ते हैं जब बच्चों के मुंह से यह शब्द निकलते हैं तो सभी को अच्छा लगता है और वह बच्चे प्रभावी दिखते हैं बच्चों को सिखाने के लिए आप खुद भी इन शब्दों का प्रयोग नियमित रूप से करें इससे बच्चा यह शब्द जल्दी ही सीख जाएगा बच्चों की इस बात से उन्हें समाज से प्रशंसा और सम्मान दोनों मिलते हैं।