नैतिकता पर अनमोल वचन सुविचार | Morality Quotes In Hindi
नैतिक शिक्षा पर अनमोल सुविचार | Quotes On Morality In Hindi
1.) हमे सदा ही लोगो का आदर सत्कार करना चाहिए।
2.) रोज सुबह जल्दी उठे रोज सुबह उठकर टहलना चाहिए. रोज व्यायाम और योगा करना चाहिए।
3.) हमेसा सत्य बोले और झूठ कदापि ना बोले. अगर एक बार झूठ बोल दिए तो उसे छिपाने के लिए हजार बार झूठ बोलना पड़ेगा।
4.) स्कूल, ऑफिस या अन्य जगह सही समय से पहुचे।
5.) हमे समय से भोजन, स्नान और अन्य सभी काम अपने समय पर ही करे।
6.) घर में सबसे मिलजुल कर प्रेमभाव से रहना चाहिए।
7.) हमे अनावश्यक पैसे नही खर्च करना चाहिए।
हमे बचपन से ही बचत की आदत डालना चाहिए।
8.) कभी भी, किसी भी परिस्थति में चोरी ना करे. चोरी बुरी आदतों को जन्म देती है।
9.) हमे सदा अपने माता-पिता की बातो को मानना चाहिए।
10.) अपने से बड़े व्यक्तियों का सदैव आज्ञा का पालन करना चाहिए।
11.) सड़क पर यदि कोई वृद्ध,विकलांग व्यक्ति सड़क पार करने में असमर्थ हो तो उसे सड़क पार करने में उसकी मदद करना चाहिए।
12.) पानी की जितनी जरुरत हो उतना ही उपयोग करना चाहिए. अनावश्यक पानी बर्बाद नही करना चाहिए।
13.) हमे अपने घर के आस-पास पेड़ पौधे लगाना चाहिए।
15.) घर से निकलने वाले कूड़े को इधर उधर नही फेकना चाहिए।
कुडो को हमे उचित स्थान , गड्डो या जहा कूड़े फेकने के जगह बने हो वही फेकना चाहिए।
नैतिक मूल्यों पर अनमोल सुविचार | Morality Quotes in Hindi
16.) मनुष्य जितना सोचता है उससे कहीं ज्यादा नैतिक है, और वो इतना अनैतिक है कि वो उसकी कल्पना भी नहीं कर सकता।
17.) नैतिकता के माध्यम से मनुष्य क्या सही है और क्या सही नहीं है इन विचारों पर सही निर्णय ले पाता है।
18.) एक सफ़ल व्यक्ति बनने की कोशिश मत करो, बल्कि मूल्यों पर चलने वाले व्यक्ति बनो।
19.) इन्सान की नाजायज कमाई का लाभ कोई भी उठा सकता हैं लेकिन उसके कर्मो का फल उसे स्वयं ही भुगतान पड़ता हैं।
20.) बच्चे खुद से इतना नहीं सीखते जितना वह बड़ों को देखकर सुनकर सीखते हैं। बच्चे बड़ों का अनुसरण करते हैं बड़ों से ही नैतिक मूल्य को ग्रहण करते हैं।
21.) दुनिया में सबसे आसान काम हैं “विश्वास खोना” कठिन काम हैं, “विश्वास पाना” और उससे भी कठिन हैं “विश्वास को बनाएं रखना”।
22.) मनुष्य को एक दूसरे की मदद करनी चाहिए विशेष रूप से जो करीब हैं उनकी ज़रूरत पड़ने पर सहायता करनी चाहिए।
23.) मनुष्य को अपना आचरण ऐसा बनाना चाहिए जिससे किसी को तकलीफ नहीं हो।
24.) जब स्वयं के जीवन में नैतिकता होती है,
तभी संबंधों में नैतिकता हो सकती है।
25.) सही और गलत का औचित्य समझें, मानवता को जीवित रखें।
26.) सत्य जितना जीवन के लिए सही है उतना ही असत्य जीवन के लिए उपयुक्त नहीं है। ऐसे में असत्य वाणी से अक्सर खुद को बचाए रखना चाहिए।
27.) रिश्तों को प्यार और नैतिकता स्वरूप निभाया जाए तो रिश्ते अपनी एक अलग पहचान बना लेते हैं।
28.) भूल करने में पाप तो हैं ही, लेकिन उसे छिपाने में उससे भी बड़ा पाप हैं।
29.) साँसों का रूक जाना ही मृत्यु नहीं है,
वह व्यक्ति भी मरे हुए जैसा ही है जिसने
गलत को गलत कहने की नैतिकता खो दी हो।
नैतिकता पर अनमोल सुविचार | Mortality Quotes In Hindi
30.) वाणी वो रस है जिसमें मिठास मिले तो दिल जीत लेती है और कड़वाहट हो तो दिल से निकाल देती है इसलिए बातों में प्रभाव लाना है तो मीठा बोलना चाहिए।
31.) ज्ञान-विज्ञान की सभी बातें, निष्फल हैं यदि नैतिक मूल्यों को न ले पाते।
32.) नैतिक मूल्यों का अनुसरण करें, उच्च विचारधारा कायम रखें।
33.) अनैतिकता नाम की कोई चीज नहीं है,
यह केवल ‘नैतिकता’ की अनुपस्थिति है।
34.) नैतिकता का स्तर गिरा है उतना,
आधुनिकता का स्तर बढ़ा है जितना।
35.) मनुष्य की बातें अच्छी हो तो पढ़ी जाती हैं लेकिन मात्र बातें अच्छी होने से मनुष्य की अच्छाई नहीं दिखती है उसके व्यवहार और सोच में भी अच्छाई एवं सकारात्मकता होनी चाहिए।
36.) अनेक मनुष्यों में सफलता, शोहरत, पैसा तो दिखता है लेकिन ऐसे मनुष्य कम नज़र आते हैं जिनमें इन सब के साथ विनय का गुण भी है दिखाई पड़ता है।
37.) मानवता के उच्च आदर्शों को प्रकाशित करें, हमारे पूर्वजों की शिक्षा का अनुसरण करें।
38.) नैतिकता जीवन में कई गुणों को निखार देती है जिससे मनुष्य का जीवन निखरता ही है।
39.) मनुष्य चाहता है कि सभी उसका सम्मान करें तो स्वयं उसको भी सभी को सम्मान देना चाहिए।
40.) संस्कार, संस्कृति, नैतिकता मानव की
सबसे बड़ी सम्पति है।
41.) मनुष्य जन्म लेना ही काफी नहीं होता अपने कर्तव्यों का पालन करना ही वास्तविक रूप से मनुष्य कहलाता है।
42.) किसी के प्रति दुश्मनों की तरह साजिशें नहीं करनी चाहिए। मुख के आगे अच्छे बनकर पीठ पीछे साजिश नहीं रखनी चाहिए।
43.) मनुष्य जीवन में सफलता चाहता है, आगे बढ़ना चाहता है यह अच्छी बात है लेकिन दूसरों को धोखा देकर या नीचा दिखा कर या नुकसान पहुंँचा कर कभी स्वयं की राह को सफल नहीं बनाना चाहिए।
44.) जब स्वयं के जीवन में नैतिकता होती है,
तभी संबंधों में नैतिकता हो सकती है।