Ias Anshu Priya success story in hindi
IAS success story in hindi यूपीएससी की परीक्षा को बहुत सारे उम्मीदवार हर साल देते हैं। पर उनमें से सिर्फ वो ही सफल होते हैं, जो अपनी तैयारी में लगन और मेहनत दिखाते हैं। इसलिए, जब कोई महिला आईएएस और आईपीएस ऑफिसर बन जाती है, तो ये देश की हर महिला को गर्व का अनुभव कराती है। आज हम आपको इस आर्टिकल में IAS अंशु प्रिया ऑफिसर की कहानी सुनाएंगे। IAS success story in hindi
यूपीएससी की परीक्षा में लाखों बच्चे हर साल भाग लेते हैं। उनमें से कुछ को अपने सपने पूरे करने का मौका मिलता है, तो कुछ को और मेहनत करनी पड़ती है। महिलाओं ने भी इस परीक्षा में अपना योगदान दिया है। महिलाओं की तरक्की समाज के लिए एक सकारात्मक परिवर्तन का संकेत है।
एक महिला का सफल होना दूसरी महिलाओं को भी प्रेरित करता है। हमारे भारत में आज भी कुछ ऐसे इलाके हैं, जहां महिलाओं को शिक्षा का हक नहीं मिलता है।इसलिए, जब कोई महिला आईएएस और आईपीएस ऑफिसर बन जाती है, तो ये देश की हर महिला को गर्व की बात होती है। आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताएंगे, जिसने यूपीएससी की परीक्षा में 16वीं रैंक पाकर IAS अधिकारी बनने का सपना साकार किया।
अंशु प्रिया का प्रारंभिक जीवन और परिवार
अंशु प्रिया एक उत्कृष्ट उम्मीदवार हैं, जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 16वीं रैंक पाकर अपने परिवार का नाम रोशन किया था. UPSC सीएसई 2021 के लिए चुने गए टॉप 50 उम्मीदवारों में से, इंटरव्यू में सबसे ज्यादा अंक लाकर टॉपर बनी थी. अंशु प्रिया का परिवार शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ा हुआ है. उनके पिता गर्ल्स मिडिल स्कूल के हेडमास्टर हैं और उनकी मां घरेलू महिला हैं. उनके दादा जी भी एक शिक्षक थे. प्रिया अपने परिवार के साथ रहती हैं. उनका गांव बिहार के मुंगेर जिले मे है।
अंशु प्रिया ने अपनी पढ़ाई बिहार के मुंगेर से कि थी. 12वीं के बाद उन्होंने नीट की तैयारी शुरू की। नीट परीक्षा में सफल होने के बाद उन्होंने एम्स पटना में एमबीबीएस में दाखिला लिया. साल 2019 में उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की और फिर एम्स पटना में रेजिडेंट डॉक्टर का काम किया. कुछ समय के बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने का फैसला किया रेजीडेंसी पूरा करने के बाद यूपीएससी सीएसई की तैयारी में लग गईं।
यूपीएससी एग्जाम में सफलता
अंशु प्रिया ने तीन बार यूपीएससी की परीक्षा दी। तीसरी बार में उन्होंने परीक्षा पास करके 20वीं रैंक पाई। अंशु प्रिया बायोलॉजी की स्टूडेंट थीं, इसलिए उन्होंने मेडिकल साइंस को अपना ऑप्शनल सब्जेक्ट चुना था। प्रीलिम्स में अपने पहले प्रयास में असफल होने के बाद, वह दिल्ली में तैयारी करने चली गईं।
दिल्ली में वह यूपीएससी की पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी भी करती रहीं। लेकिन अपने तीसरे प्रयास के लिए, उन्होंने नौकरी त्याग दी और सिर्फ परीक्षा पर फोकस किया। जिसके बाद उन्होंने तीसरे प्रयास में UPSC परीक्षा में अच्छे अंक लाकर उत्तीर्ण हो गईं।
कैसे की तैयारी
अंशु प्रिया ने अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए NCERT की किताबें पढ़ना शुरू किया था। वह बाकी सभी टॉपर्स की तरह प्रीलिम्स और मेन्स दोनों के लिए मॉक टेस्ट लेती थी। उन्होंने अपने मॉक टेस्ट के आधार पर अपनी कमजोरियों को पहचाना था। प्रीलिम्स के लिए तैयार होने के बाद, उन्होंने अपना आधा समय अपनी पढ़ाई को दोहराने में और बाकी समय मॉक टेस्ट देने में लगाया। वह मैथेमेटिक्स के प्रश्नों को हल करने में ज्यादा ध्यान देती थी और CSAT पेपर के लिए 8-10 मॉक टेस्ट लेती थी।