Ias success story in hindi: यूपीएससी की परीक्षा में सफल होना आसान नहीं है और इसमें सफल होने के लिए लगन और उम्मीद का दृढ़ विश्वास होना चाहिए. अनुपमा अंजलि नाम की महिला ने भी अपने आत्मविश्वास को बनाए रखकर यूपीएससी की परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन किया. वे पहली बार में असफल हुई थीं, लेकिन दूसरी बार में उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया. उनका अनुभव उन छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो यूपीएससी की परीक्षा में उत्तीर्ण होना चाहते हैं।
दिल्ली के एक स्कूल में पढ़ने वाली अनुपमा अंजलि ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। वे यूपीएससी की परीक्षा में उत्तीर्ण होने का सपना देखती थीं. वे ग्रेजुएशन के बाद से ही इसकी तैयारी में लगी थीं. पहली बार जब वे इस परीक्षा में बैठीं, तो वे नाकाम रहीं.
पर उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं हारी और दूसरी बार और ज्यादा मेहनत करके इस परीक्षा को पास कर लिया. उनकी कहानी यूपीएससी की परीक्षा में सफल होने के लिए जुनून और जज्बा रखने वाले छात्रों के लिए एक उदाहरण है।
अनुपमा अंजली का प्रारंभिक जीवन
अनुपमा अंजलि के पिता एक आईपीएस अफसर है, जो 37 साल से जन सेवा कर रहे हैं. मीडिया के अनुसार, अनुपमा के दादा भी सिविल सेवा में थे.
यूपीएससी की तैयारी
अनुपमा ने यूपीएससी की परीक्षा में उत्तीर्ण होने का लक्ष्य रखा था. इसके लिए उन्होंने पहले तो यूपीएससी के सिलेबस को अच्छी तरह समझा और फिर आवश्यक किताबें चुनी, उनके पिता ने उनकी तैयारी में बहुत सहायता की।
अनुपमा अंजलि ने 2017 में यूपीएससी की परीक्षा में 386वां स्थान पाकर आईएएस अफसर का दर्जा प्राप्त किया था. उन्होंने LBSNAA में अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद आंध्र प्रदेश का कैडर चुना था
उनका पहला कामकाज गुंटूर जिले में जॉइंट कलेक्टर के रूप में था. बाद में उन्होंने अपनी शादी के कारण अपना कैडर बदलने की इच्छा जताई थीं।
अनुपमा अंजली की शादी
अनुपमा अंजलि ने 2020 के आईएएस अफसर हर्षित कुमार से इस साल के शुरुआत में विवाह किया था. वे दोनों ने अपनी शादी को उत्तरी और दक्षिणी भारत के सभी रस्मों के साथ मनाया था.
उनकी शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर बहुत लोकप्रिय हुई थीं. हर्षित का कैडर हरियाणा है, इसलिए अनुपमा ने भी अपना कैडर बदलकर हरियाणा करवा लिया है. वर्तमान में वे भिवानी में एडीसी की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।
अनुपमा अंजली ने यह दी सलाह
अनुपमा अंजली कहती हैं कि यूपीएससी की तैयारी में लोगों को कभी-कभी निराशा का सामना करना पड़ता है और वे खुद को कमजोर महसूस करते हैं. इस हालात में आत्मविश्वास रखना बहुत आवश्यक होता है.
अगर आप नेगेटिव थॉट्स को दूर नहीं करेंगे, तो आप यहां अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर पाएंगे. आपको खुद को मोटिवेट करते रहना होगा और निरंतर मेहनत करना होगा. मोटिवेशन ही आपका साथी है जो आपको आगे ले जाएगा.
थोड़ा-थोड़ा आराम करके खुद को तरोताजा करें अनुपमा अंजली ये भी मानती हैं कि पढ़ाई का बोझ कभी-कभी लोगों को थका देता है, इसलिए उन्हें बीच-बीच में थोड़ा आराम करना चाहिए.
इससे आप अपने आप को ताजा और उत्साहित महसूस करेंगे और फिर से पढ़ाई के लिए जुट जाएंगे. वे ये भी कहती हैं कि हर रोज हर इंसान को कुछ देर एक्सरसाइज और मेडिटेशन करना चाहिए. इससे उन्हें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने में फायदा होगा.
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