सफलता का रास्ता आसान नहीं होता है. इसके लिए अनेक बाधाओं का सामना करना पड़ता है. हर कोई अपने लक्ष्य की ओर बढ़ता है, परन्तु सभी को तुरंत फल नहीं मिलता है. इसमें संतोष और उत्साह का भाव रखना जरूरी है. जिन लोगों ने इस बात को अपनाया है, उन्होंने ही सफलता के पन्ने भरे हैं. हम आपको एक ऐसे ही अधिकारी का परिचय करवाने जा रहे हैं, जिनका जीवन कामयाबी का प्रतीक है।
पूजा राणावत, एक आईआरएस अधिकारी हैं. वे महाराष्ट्र के पुणे जिले के गोडवाड़ दुजाना गांव में बसती हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा उन्होंने अपने गांव में ही प्राप्त की है. फिर उन्होंने पुणे के प्रसिद्ध फर्ग्यूसन कॉलेज में प्रवेश लेकर साइकोलॉजी में स्नातक की उपाधि हासिल की है
उन्होंने यूपीएससी के लिए अपने कॉलेज के समय से ही तैयारी आरंभ कर दी थी, रिपोर्ट्स के मुताबिक. उन्होंने ग्रेजुएशन के पश्चात इंदिरा गांधी नेशनल ओपेन यूनिवर्सिटी के दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम से पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशन्स में मास्टर्स का डिग्री भी प्राप्त किया था.
यूपीएससी के लिए पूजा राणावत का पहला दौर कठिन था. उन्हें मीडिया के मुताबिक पहले चार बार असफल होना पड़ा. वे प्रीलिम्स तक नहीं पहुंच पाई थीं. परन्तु उनकी लगन और उमंग ने उन्हें सफलता तक पहुंचाया
पूजा की मेहनत और जुनून ने उन्हें हारने नहीं दिया, जैसा कि कहा जाता है. उन्हें पांचवीं बार में ही अपने सपने का फल मिला. उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विसेज 2017 में ऑल इंडिया रैंक 258 प्राप्त करके आईआरएस अधिकारी का दर्जा हासिल किया. वे अब इनकम टैक्स विभाग के डिप्टी कमिश्नर के रूप में काम कर रही हैं.
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