Ayushi dabas Ias Biography In Hindi (age, wiki, rank, strategy)
मन की आंखों से सपने देखने का हुनर रखने वाले लोग ही सच्चे मायने में सफल होते हैं। उनके पास अपने लक्ष्य को हासिल करने का उत्साह, जुनून और निर्णायकता होती है। इसी बात का जीता-जागता उदाहरण है नेत्रहीन आईएएस आयुषी डबास, जिसकी कहानी हम आज इस लेख में आपके साथ साझा करने जा रहे हैं। दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में इतिहास की शिक्षिका के रूप में काम करती आयुषी डबास ने 2021 में AIR 48 प्राप्त करके दिखाया कि नौकरी करते हुए भी यूपीएससी की परीक्षा में कैसे शानदार प्रदर्शन किया जा सकता है।
आयुषी का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा (Ayushi dabas ias Biography In Hindi)
अपने शहर में ही स्कूल की शिक्षा पाने के बाद, आयुषी डबास ने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्यामा प्रसाद मुखर्जी महाविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई की. फिर उन्होंने इग्नू से इतिहास में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल कि. उनका करियर एक शिक्षक के रूप में शुरू हुआ. परन्तु उन्हें दृष्टि की समस्या के कारण बच्चों को सिखाने में कठिनाई होती थी.
Upsc की तैयारी और सफलता
तब आयुषी ने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करना शुरू किया.वर्ष 2019 में उन्होंने डीएसएसएसबी का एग्जाम क्लियर करके इतिहास की शिक्षक बनी. फिर उन्होंने यूपीएससी की तैयारी जारी रखी. यह यात्रा उनके लिए सरल नहीं थी. उन्हें बार-बार असफलता का सामना करना पड़ा. लेकिन अंत में उन्होंने पांचवीं कोशिश में यूपीएससी को क्लियर कर लिया. वर्ष 2021 में आयुषी ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया 48वां स्थान प्राप्त किया।
माता पिता ने हमेशा सपोर्ट किया
आयुषी के माता-पिता दोनों ही अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ थे। पिता ने एक प्राइवेट फर्म में नौकरी की, जबकि माता ने 2020 तक एक वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी के रूप में कार्य किया। आयुषी का कहना है कि उनके माता-पिता ने उन्हें हर हाल में समर्थन किया। माता ने बेटी को कभी नहीं रोका और उस पर विश्वास रखा। बेटी ने भी उनका सर गर्व से ऊंचा किया।
नौकरी करते हुए तैयारी कैसे करें
यूपीएससी की परीक्षा के लिए नौकरी करते हुए तैयारी करना आसान नहीं है। इसके लिए आपको अपने समय का सदुपयोग करना होगा। आपको यह निर्धारित करना होगा कि आपको किस समय कौन सा विषय पढ़ना है, किस समय आपको अपने काम पर ध्यान देना है। आपको अपने काम और पढ़ाई के बीच में एक संतुलन बनाना होगा। आपको अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए अपनी प्राथमिकताओं को तय करना होगा। आपको अपनी पढ़ाई की योजना बनानी होगी और उसका पालन करना होगा। इस तरह आप नौकरी के साथ यूपीएससी की तैयारी कर सकते हैं।
कोचिंग क्लास नहीं ली खुद से ही की तैयारी
यूपीएससी की परीक्षा के लिए आयुषी डबास ने अपनी तैयारी खुद ही की थी। वे एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका भी थीं, इसलिए उन्हें कोचिंग क्लासेज में जाने का समय नहीं मिलता था। वे अपने स्कूल के अवकाश के दिनों में अपनी पढ़ाई को और मजबूत करने के लिए मेन्स मॉक टेस्ट देती थीं।
Upsc अभ्यर्थियों को सलाह
आयुषी डबास ने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता पाने के लिए अपनी हिम्मत कभी नहीं हारी। वे कहती हैं कि हर इंसान के जीवन में मुश्किलें आती हैं, लेकिन उन्हें हरना नहीं चाहिए। वे हमें सलाह देती हैं कि हमें अपने साथियों और सहायकों का सहारा लेना चाहिए। वे हमें यह भी कहती हैं कि हमें अपने विरोधियों और आलोचकों को नकारात्मक नहीं लेना चाहिए, बल्कि उनसे सीखना और उन्हें चुनौती देना चाहिए। वे हमें प्रेरित करती हैं कि हमें अपने आप पर और अपने लक्ष्यों पर भरोसा रखना चाहिए। वे हमें यह भी कहती हैं कि हमें ऊंचे सपने देखने और उन्हें साकार करने की पूरी मेहनत करनी चाहिए।
यह थी स्ट्रैटजी
यूपीएससी की परीक्षा के लिए आपको पिछले साल के प्रश्न पत्रों का गहन अध्ययन करना चाहिए। इससे आपको यह पता चलेगा कि आपकी पढ़ाई का स्तर कितना है, आपको किन विषयों में सुधार की जरूरत है। आपको अपने स्रोतों को चुनिंदा रखना चाहिए, ज्यादा से ज्यादा रिविजन करना चाहिए, नकली परीक्षाओं में भाग लेना चाहिए, अपने आत्मविश्वास को बनाए रखना चाहिए। आपको एनसीआरटी की किताबें जरूर पढ़नी चाहिए, इसके अलावा आप ऑनलाइन भी अन्य अध्ययन सामग्री का लाभ उठा सकते हैं। आपको तैयारी करते हुए एक बात का ध्यान रखना है कि आपको अपने मन में कोई भी नकारात्मक विचार नहीं आने देना है।
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