सोनिया मीणा आईएएस जीवन परिचय, उम्र, पति, रैंक, वर्तमान पोस्टिंग, रणनीति (Rank, Husband, Age, Current posting, Anuppur, Father, Marriage, Mp, Officer) (IAS sonia Meena biography in Hindi)
IAS सोनिया मीणा का नाम सुनते ही मध्यप्रदेश के कई माफिया खौफ खाते हैं। वे 2013 बैच की आईएएस अफसर हैं, जिन्होंने UPSC परीक्षा में 36वीं रैंक हासिल की थी। वे अपने दमदार कार्यशैली और निष्ठा के लिए जानी जाती हैं।
सोनिया मीणा की जीवनी (Sonia Meena Ias Biography In Hindi)
पूरा नाम – सोनिया मीणा
पेशा – आईएएस अधिकारी
जन्म स्थान (birth place) – राजस्थान भारत
जन्म तिथि (date of birth) – 14/05/1989
उम्र (Age) – 32 (2021)
सोनिया मीणा आईएएस का शुरुआती जीवन और शिक्षा (Sonia Meena Ias early life and education)
सोनिया मीणा का जन्म राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के एक गांव में हुआ था। उनके पिता एक किसान थे और माता एक गृहिणी। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के स्कूल से प्राप्त की और फिर जयपुर के एक कॉलेज में ग्रेजुएशन किया। वे बचपन से ही पढ़ने के शौकीन थीं और अपने आस-पास के मुद्दों के प्रति संवेदनशील थीं।
सोनिया मीणा की रैंक (Sonia Meena IAS Rank)
सोनिया मीणा ने अपने ग्रेजुएशन के बाद दिल्ली में एक कोचिंग सेंटर में दाखिला लिया और UPSC की तैयारी शुरू की। उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में प्रीलिम्स और मेन्स को क्लियर कर लिया और इंटरव्यू के लिए बुलाया गया। उन्होंने अपने इंटरव्यू में भी शानदार प्रदर्शन किया और 36वीं रैंक प्राप्त की। उन्हें मध्यप्रदेश कैडर मिला और वे आईएएस अफसर बन गईं।
Sonia Meena Ias Anuppur Collector
सोनिया मीणा ने अपने प्रशासनिक कैरियर में कई जिम्मेदारियों को निभाया है। वे अनूपपुर, उमरिया, छतरपुर, रीवा और मऊगंज जैसे कई जिलों में एसडीएम, एडीएम, जिला पंचायत सीईओ और कलेक्टर के रूप में काम कर चुकी हैं। वे अपने कार्यकाल में खनन, शराब, भूमाफिया और अन्य अवैध गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए मशहूर हैं।
वे छतरपुर के राजनगर में एसडीएम रहते हुए खनन माफिया अर्जुन सिंह के खिलाफ कार्रवाई करके चर्चा में आईं थीं। इस कार्रवाई के बाद उन्हें कई धमकियां मिलीं थीं, लेकिन वे न झुकीं और न रुकीं। उनकी कार्यशैली हर जगह वैसी ही रही। हालात यहां तक हो गए कि जिन जगहों पर सोनिया मीणा की पोस्टिंग होती है, खनन, शराब माफिया सिर्फ उनका नाम सुनकर अपना कारोबार समेटकर भाग निकलते हैं।
सोनिया मीणा ने अनूपपुर में कलेक्टर रहते हुए भी अपने दबंग अंदाज को बरकरार रखा। वे जिले के एसपी अखिल कुमार पटेल के साथ विवाद में आईं थीं, जिसके बाद उन्हें जिले के एसपी से अपना इस्तीफा देने को कहा गया। लेकिन वे अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटीं और अपने काम को जारी रखा। उन्होंने जिले में कोरोना महामारी के दौरान अनेक उपलब्धियां हासिल कीं, जिनमें वैक्सीनेशन, ऑक्सीजन सप्लाई, बेड बढ़ाने, टेस्टिंग और ट्रेसिंग जैसे कार्य शामिल हैं।
सम्मान और पुरस्कार (IAS Sonia Meena Achievements)
सोनिया मीणा को उनके उत्कृष्ट प्रशासनिक कार्य के लिए कई सम्मान और पुरस्कार मिले हैं। उन्हें 2018 में राष्ट्रीय बाल शिक्षा पुरस्कार, 2019 में राष्ट्रीय बाल सुरक्षा पुरस्कार, 2020 में राष्ट्रीय बाल अधिकार पुरस्कार और 2021 में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें उनके जिलों में बाल शिक्षा, बाल सुरक्षा, बाल अधिकार और बाल स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए अनोखे और प्रभावी कार्यों के लिए ये पुरस्कार मिले हैं।
आदर्श और प्रेरणा
सोनिया मीणा एक ऐसी आदर्श और प्रेरणा हैं, जो यह साबित करती हैं कि अगर किसी के पास साहस, संकल्प और समर्पण हो, तो वह किसी भी मुश्किल को पार कर सकता है। वे अपने गांव से लेकर देश तक के लिए एक गर्व का प्रतीक हैं। वे उन लाखों महिलाओं के लिए एक उम्मीद की किरण हैं, जो अपने सपनों को पूरा करना चाहती हैं। वे उन युवाओं के लिए एक मार्गदर्शक हैं, जो देश की सेवा करना चाहते हैं।
सोनिया मीणा की स्ट्रेटजी (Sonia Meena Ias Strategy)
सोनिया का मानना है कि परीक्षा में सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है और मेहनत का कोई विकल्प नहीं है, इसलिए जितनी ज्यादा मेहनत हो सके करें। उन्होंने यह भी कहा है कि सफलता पाने के लिए अपने आप पर विश्वास रखना चाहिए और कभी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। आपको शांत और एकाग्र रहना चाहिए और आपके मन में सिर्फ एक बात होनी चाहिए कि आपको इस देश की सेवा अच्छी तरह से करनी है और यह आपका संकल्प होना चाहिए।
वह कहती हैं की सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए अभ्यर्थी एक उपयुक्त समय सारणी तैयार करें, जिसके लिए पहले से ही और लगातार तैयारी की आवश्यकता होती है। यह भी जोर देती है कि पाठ्यक्रम का हिस्सा होने के नाते रिवीजन भी जरूरी है, क्योंकि परीक्षाएं बहुत सारे विषयों को कवर करती हैं। वह यह सुझाव देती हैं कि पाठकों को अपने अध्ययन को इस तरह से योजना बनानी चाहिए कि वे विषयों को कई बार रिवाइज कर सकें जब तक वे आत्मविश्वास महसूस न करें।
वह उम्मीदवारों को मूल अवधारणाओं पर ध्यान केंद्रित करने और नोट्स बनाने की सलाह देती हैं। कि उन्हें अपने देश और उसके विकास के बारे में अच्छा ज्ञान होना चाहिए, साथ ही साथ उसकी समाज, संस्कृति और भाषा के बारे में भी। यह भी कहती हैं कि वे किताबी कीड़े नहीं होने चाहिए, बल्कि अपने परिवेश के बारे में वास्तविक जागरूकता होने चाहिए।
वह उम्मीदवारों के लिए दो महत्वपूर्ण पहलुओं पर बात करती हैं अखबार पढ़ना और व्यक्तित्व और संचार कौशल सुधारना। यह उम्मीदवारों को अंग्रेजी और अन्य भाषाओं में कई अखबार पढ़ने की सलाह देती है ताकि वे व्यापक ज्ञान प्राप्त कर सकें और एकतरफा जानकारी से बच सकें। यह इंटरव्यू में अपने विचारों को स्पष्ट और आत्मविश्वास के साथ व्यक्त करने की महत्ता पर भी जोर देती हैं, और आवश्यकता पड़ने पर अनुभवी उम्मीदवारों से मार्गदर्शन मांगने की सुझाव देती है।
Sonia Meena IAS Social Accounts
Instagram account – @soniameenaias
Twitter account – @SoniaMeenaIAS
निष्कर्ष
सोनिया मीणा की कहानी हमें यह सिखाती है कि कुछ भी असंभव नहीं है, अगर हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरी तरह से प्रयत्न करें। वे हमें यह भी बताती हैं कि हमें अपने कर्तव्य को निभाते हुए किसी भी प्रकार के दबाव या धमकी से नहीं डरना चाहिए। वे हमें यह दर्शाती हैं कि हमें अपने देश और समाज के लिए कुछ अच्छा करने का संकल्प लेना चाहिए।
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