आपके यह 9 belief आपको जीवन में आगे नहीं बढ़ने देते | How to remove bad belief hindi
1.) मुझे अपना काम शुरू करने में बहुत देर हो चुकी है या मेरे पास तो बहुत समय है अभी।
1.) मुझे अपना काम शुरू करने में बहुत देर हो चुकी है या मेरे पास तो बहुत समय है अभी।
यह belief उन लोगों के मन में बैठा होता है जो उनकी सफलता के रास्ते में आने वाली अड़चनों से डरते हैं। वह यह सोचते हैं कि अभी सपनों का पीछा करने के लिए हमारी उम्र बहुत है या फिर हमारे सपनों को सच करने का समय अब निकल चुका है
आप अपनी कायरता और हिचकिचाहट को अपनी limitation के पीछे छुपा रहे होते हो लेकिन दुनिया ना तो आपके डर की परवाह करती है और ना ही आपके बहानों की।
अगर आपकी उम्र 30 40 या 50 भी है तब भी आप अपना काम शुरू कर सकते हो लेखक जे.के. रोलिंग ने अपनी सीरीज हैरी पॉटर 32 वर्ष की उम्र में लिखी थी, KFC के फाउंडर कर्नल सैंडर्स ने भी अपना ब्रांड 65 वर्ष की उम्र में बनाया था, इस्कॉन के फाउंडर प्रभुपाद ने भी अपना मूमेंट 69 वर्ष की उम्र में बनाए थे यहां तक कि जॉर्जियो अरमानी ने भी अपनी कंपनी तब शुरू करी थी जब 41 साल के थे।
इतिहास उन लोगों की कहानियों से भरा पड़ा है जिन्होंने अपनी जिंदगी में कोई काम बहुत जल्दी या फिर बहुत देर से शुरू किया था और उसके बाद भी वह सफल हुए। इसमें आपका यह belief कि आप अपनी उम्र की वजह से कुछ नहीं कर सकते यह बस आपके मन में बैठा एक ख्याल है ना कि रियलिटी।
2.) मैं अपने काम में ज्यादा अच्छा नहीं हूँ
2.) मैं अपने काम में ज्यादा अच्छा नहीं हूँ
यह belief एक इंसान के बचपन से शुरू होता है जो उसे बड़ा होने पर भी ऐसा ही महसूस कराता है कि वह जो भी काम करेगा खराब ही होगा। उसकी सारी उपलब्धियां बहुत छोटी है और एक वह एक अच्छा इंसान नहीं है
साइकोलॉजी में इसको इंपोस्टर सिंड्रोम बोला जाता है इसका मतलब यह कि आपने अपनी सफलता को अपनी मेहनत और टैलेंट से हासिल नहीं किया आप कुछ भी अच्छा नहीं कर सकते।
लेकिन आप इस belief को हटा सकते हो मतलब यह सोचो कि आपका good enough ना feel करना किसी actual fact को नहीं बल्कि trauma को दर्शाता है।
3.) मैं एक unique इंसान नहीं हूँ।
3.) मैं एक unique इंसान नहीं हूँ।
दूसरे लोग मुझसे से बेहतर है यह feeling दूसरों से लगातार खुद को कम्पेयर करने से आती है और उस कंपेयर से ही आप अपने आप को कोसते रहते हो
लेकिन यह तरीका खुद की काबिलियत को जानने का एकदम गलत तरीका है क्योंकि आपको हमेशा ही अपने से बेहतर करने वाले अमीर और टैलेंटेड लोग देखेंगे ही इसका मतलब यह नहीं है कि आपमें कुछ भी यूनिक नहीं है क्योंकि दुनिया में आपका goal उनको हराना या उनसे बेहतर बनना नहीं बल्कि खुद का Best version बनना होना चाहिए।
लेकिन यह तरीका खुद की काबिलियत को जानने का एकदम गलत तरीका है क्योंकि आपको हमेशा ही अपने से बेहतर करने वाले अमीर और टैलेंटेड लोग देखेंगे ही इसका मतलब यह नहीं है कि आपमें कुछ भी यूनिक नहीं है क्योंकि दुनिया में आपका goal उनको हराना या उनसे बेहतर बनना नहीं बल्कि खुद का Best version बनना होना चाहिए।
4.) जीवन बहुत कठिन है।
4.) जीवन बहुत कठिन है।
हर इंसान की लाइफ़ खुशी और गम के बीच में होती है और बैलेंस उन लोगों को नहीं दिखता जिन्होंने बचपन से ही अपना belief नकारात्मक बना कर रखा है।