Simmi Yadav Mppsc: सिम्मी यादव ने इंदौर के साथ-साथ पूरे प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। वह प्रदेश की वह पहली लड़की हैं, जिन्होंने एमपीपीएससी की परीक्षा तीन बार पास की है। वह 2019, 2020 और 2021 की परीक्षाओं में सफल हुई हैं और इस तरह मध्य प्रदेश की वह एकमात्र अभ्यर्थी बन गई हैं, जिन्होंने तीनों परीक्षाओं को लगातार पास किया है। सिम्मी ने शादी के बाद ही परीक्षा की तैयारी का निर्णय लिया था, जिसमें उनके पति और ससुराल के लोगों ने उनका पूरा समर्थन किया। उनके परिवार के साथी होने के कारण ही सिम्मी को यह सफलता मिली है।
इंदौर की सिम्मी यादव, जिन्होंने अपनी पहली कोशिश में ही एमपीपीएससी परीक्षा में तीसरा स्थान पाया है। वह कहती हैं “मेरा बचपन का सपना था कि मैं एमपीपीएससी में सफल होऊं, लेकिन 2016 में मेरा विवाह हो गया. उस समय मुझे लगा कि मेरा सपना अधूरा रह जाएगा. लेकिन जब मेरे पति को यह पता चला तो उन्होंने मुझे प्रोत्साहित किया. तभी मैंने भी हिम्मत जुटाई और परिवार के साथ मिलकर अपने सपने को साकार करने का निर्णय लिया”
पति और ससुराल के साथ की वजह से मिली सफलता
सिम्मी के पिता नगर निगम के अधीक्षक हैं और उनके पति राहुल यादव एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। वे 2017 में शादी के बाद एमपीपीएससी की परीक्षा की तैयारी में लग गईं। तब से उन्होंने लगातार सफलता के शिखर को छूती रहीं। उन्होंने बताया कि उनके पति और ससुराल का उनके साथ पूरा समर्थन रहा है। उनके पति ने उन्हें हमेशा पढ़ाई में उत्साहित किया है और उनके माता-पिता ने भी उनका हौसला बढ़ाया है। इसी कारण उन्हें आज यह सफलता मिली है।
सिम्मी का कहना है कि परीक्षा की तैयारी में कुछ आवश्यक बातें होती हैं, जिन्हें अगर ध्यान से अनुसरण किया जाए तो सफलता का रास्ता आसान हो जाता है। सिम्मी ने इसी के साथ-साथ 2014 में साइंस में बीएससी के अंतिम वर्ष में गोल्ड मेडल जीता था। उन्होंने 10वीं और 12वीं में भी पहला स्थान प्राप्त किया था।
सिम्मी यादव का तीन साल का सफर, तीसरी रैंक
सिम्मी यादव ने 2020 की एमपीएससी परीक्षा में मध्य प्रदेश की तीसरी रैंक हासिल की थी, जिसका रिजल्ट 7 महीने पहले आया था। उन्होंने 2019 की परीक्षा में भी अच्छा प्रदर्शन किया था, जिसका रिजल्ट आज आया है और उनकी 14वीं रैंक रही है। उन्होंने 2021 की प्री परीक्षा भी सफलतापूर्वक पास कर ली थी, लेकिन 2020 में चयनित होने के कारण उन्होंने मेंस की परीक्षा नहीं दी थी।
कुछ त्याग भी किए
सिम्मी यादव का कहना है कि परीक्षा में उन्होंने कुछ त्याग भी किए, जैसे कि नींद कम की, मोबाइल का उपयोग कम किया. सोशल मीडिया से अलग रही. दिनभर में परिवार के काम करती और रात को पढ़ाई में लग जाती. अपने आप को पढ़ाई में लगाया. जब भी मन उदास हुआ तो भजन का सहारा लिया और पहली ही कोशिश में मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण कर ली.
क्या प्रक्रिया रहती है।
सिम्मी ने बताया कि उन्होंने पहली ही बार में सफलता पाई, लेकिन इसके पीछे उनकी पहले से ही तैयारी थी. क्योंकि एमपीपीएससी एक लंबी दौड़ है. इसमें पहले प्री, फिर मेंस और अंत में इंटरव्यू को क्लियर करना होता है. प्री तो आप आसानी से उत्तीर्ण कर सकते हो, लेकिन मेंस के लिए आपको घंटों तक पढ़ाई करनी पड़ती है. इसके लिए आवश्यक है कि आपके पास छोटे-छोटे नोट्स हों. परीक्षा के 5 घंटे के लिए आपको लगभग 14 से 18 घंटे की तैयारी करनी होती है, तब जाकर मेंस में सफल होते हैं.
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