बिल गेट्स की जीवनी हिंदी में – Bill Gates biography in hindi
बिल गेट्स कौन है?
बिल गेट्स एक सबसे सफल बिजनेसमैन है बिल गेट्स और उनके पार्टनर पौल एलेन ने मिलकर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक बहुत बड़ा योगदान दिया है और इसी के चलते इन दोनों ने मिलकर एक सॉफ्टवेयर व्यवसाय की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की और सॉफ्टवेयर व्यवसाय और सॉफ्टवेयर में रुचि के कारण ही बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक बन गए हैं फरवरी 2014 में उन्होंने यह घोषणा की थी कि वह अपने फाउंडेशन “बिल एंड मेलिंडा गेट्स” में सामाजिक और धर्मार्थ के कार्य पर ध्यान देने के कारण माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष के रूप में अपने पद को छोड़ रहे हैं।
बिल गेट्स बॉयोग्राफी इन हिंदी
बिल गेट्स की कमाई
बिल गेट्स धरती पर मौजूद सबसे अमीर इंसान हैं दोस्तों बिल गेट्स के पास लगभग 90 मिलियन यूएस डॉलर से यानी करीब 580000 करोड़ भारतीय रुपए और वह हर 1 मिनट में लगभग 1500000 रुपए कमा लेते हैं और कहा जाता है कि अगर बिल गेट्स का अपना खुद का एक देश होता तुम वह इस पूरी दुनिया का 37वां सबसे अमीर देश होता।
बिल गेट्स का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
दोस्तों सन 1955 में 28 अक्टूबर के दिन सिएटल वॉशिंगटन यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका में बिल गेट्स का जन्म हुआ उनका पूरा नाम है विलियम हेनरी गेट्स उनके पिता का नाम विलियम हेनरी गेट्स सीनियर और मां का नाम मेरी मिक्सवेल गेट्स था।
जब वह बड़े हुए तो उनके माता-पिता ने उनका दाखिला लेक साइड स्कूल ने करवाया जो कि सिएटल में स्थित उस समय का सबसे अच्छा स्कूल था स्कूल में बिल गेट्स पढ़ाई लिखाई में बहुत इंटेलिजेंट साबित हुए उनमें बचपन से ही पढ़ने की एक अलग ही भूख थी वह घंटों तक अपने स्कूल की पुस्तकों को पढ़ा करते थे।
बिल गेट्स की टेक्नोलॉजी में रुचि
सन 1969 में बिल गेट्स ने अपना हाई स्कूल शुरू किया यह वह दौर था जब इंसान पहली बार चांद पर गया था और यह मिशन कंप्यूटर की वजह से ही सफल हुआ था, और उसी समय सिएटल नाम की कंपनी ने अपने कंप्यूटर्स लेक साइड के स्कूल के विद्यार्थियों को अपने कंप्यूटर सिखाने और उनको जानने के लिए दिए थे और बिल गेट्स तो पहले से ही किसी भी नई चीज के बारे में जानने के लिए बहुत उत्सुक रहते थे और इसीलिए उन्होंने अपना दाखिला कंप्यूटर क्लास में करवा लिया जल्द ही बिल गेट्स की कंप्यूटर्स में रूसी बढ़ने लगी उनको हमेशा यह जानने की इच्छा रहती थी कि आखिर यह कंप्यूटर काम कैसे करता है इसीलिए वह ज्यादा से ज्यादा समय कंप्यूटर क्लास में ही बिताते और फिर एक दिन उनकी मुलाकात कंप्यूटर क्लास में पौल एलेन से हुई जो कि उनसे 2 साल बड़े थे वैसे तो उनके ख्याल और विचार एक दूसरे से मेल नहीं खाते थे, लेकिन अब अपने कंप्यूटर की मिलती-जुलती विचारों और समान धारणाओं को लेकर वे जल्द ही अच्छे दोस्त बन गए और उस समय यह कोई सोच भी नहीं सकता था कि यह दोनों मिलकर एक दिन दुनिया को बदल कर रख देंगे।
बिल गेट्स ओर पॉल एलेन के द्वारा बनाये गए सॉफ्टवेयर
सन 1970 इस समय बिल गेट्स जब सिर्फ 15 साल के थे तब पॉल एलन के साथ मिलकर traf-o-data नाम का एक ऐसा कंप्यूटर प्रोग्राम बनाया जो सिएटल शहर में होने वाले यातायात प्रभाव को नापता था और इसके लिए उन्हें पूरे $20000 मिले जो कि उनकी पहली कमाई थी और इसी के साथ बिल गेट्स ने टेक्नोलॉजी की दुनिया में कदम रखा
सन 1972 में जब बिल गेट्स केवल 17 साल के थे तो उन्होंने एलेन के साथ मिलकर अपनी खुद की कंपनी खोलने के बारे में विचार शुरू कर दिया लेकिन बिल गेट्स के माता-पिता ने उन्हें पहले हाई स्कूल खत्म करके कॉलेज में जाने के लिए जोर दिया क्योंकि उनके पिता एक प्रख्यात वकील थे इसलिए वह चाहते थे कि बिल गेट्स भी कानून की शिक्षा ले।
सन 1973 में बिल गेट्स ने अपना हाई स्कूल खत्म किया और 1600 में से 1590 नंबर प्राप्त करके अपनी बुद्धिमता का परिचय दिया जिसे देखकर उनके माता-पिता बहुत खुश हुए और उन्होंने उनका एडमिशन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में करवा दिया और वह चाहते थे कि बिल गेट्स अब कानून की शिक्षा लें लेकिन उनका सपना तो कुछ और ही था फिर भी उन्होंने लॉ में अपना करियर बनाने का विचार किया लेकिन उसमें उन्हें कोई भी ऐसा विषय नहीं मिला जिसमें कंप्यूटर जैसी उनकी रूचि हो और इसीलिए वह अपना ज्यादा से ज्यादा समय हार्वर्ड कंप्यूटर क्लासेस में ही बिताते थे।
दिसंबर 1974 में एलेन को पॉपुलर इलेक्ट्रॉनिक्स नाम की एक बुक मिली जिसकी कवर पेज पर दुनिया का सबसे पहला मिनी कंप्यूटर Altair 8800 की घोषणा की गई थी यह खबर मिलते ही एलेन बिल गेट्स के पास गए और उन्हें सब कुछ बताया और इस बात से वह दोनों बहुत खुश हुए क्योंकि वह जानते थे अगर यह कंप्यूटर बन गया है तो दुनिया में हर इंसान इसका इस्तेमाल करके अपना काम आसान कर सकता है।
altair 8800 के मालिक हेनरी रॉबर्ट्स एक ऐसे इंसान की तलाश कर रहे थे जो एक ऐसा सॉफ्टवेयर बना सके जो कि उनके इस कंप्यूटर को चला सके अब बिल और एलेन के पास अपनी किस्मत को चमकाने का एक बहुत बड़ा मौका था और इसीलिए उन दोनों ने इस कंपनी से कांटेक्ट किया कि वह एक बेसिक सॉफ्टवेयर पर काम कर रहे हैं जोकि altair कंप्यूटर को चलाएगा।
इसके बाद उन दोनों ने हार्वर्ड कंप्यूटर सेंटर में दिन रात काम किया और एक सॉफ्टवेयर बनाया।
बिल गेट्स की उपलब्धियां
सन 1975 में पॉल एलन उस सॉफ्टवेयर को टेस्ट करवाने गए और जब वह सॉफ्टवेयर altair 8800 मैं इंस्टॉल किया गया तो वह सही से काम करने लगा और यही उनकी जिंदगी का सबसे बेहतरीन पल था जिसका कंप्यूटर उद्योग पर एक ऐतिहासिक प्रभाव पड़ा और इसके बाद उन्होंने कभी ना रुकने का फैसला कर लिया और 19 साल की उम्र में पॉल एलन के साथ मिलकर 1975 में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की स्थापना की, और देखते ही देखते उनकी कंप्यूटर्स की खपत इतनी बढ़ गई कि उन्होंने अपने पढ़ाई को फाइनल ईयर से पहले ही छोड़ दिया लेकिन शुरुआती दौर में बिल और एलेन को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा, लेकिन लोगों में उस समय एक ऐसा चलन था कि लोग पर्सनल कंप्यूटर तो खरीद लेते थे लेकिन अपने सॉफ्टवेयर और पर्सनल इंफॉर्मेशन को एक दूसरे के साथ शेयर कर लेते थे और इसीलिए किसी को भी सॉफ्टवेयर में पैसे खर्च करने में कोई रुचि नहीं थी और एलेन और बिल गेट्स ने सॉफ्टवेयर को बनाने में काफी मेहनत की थी इसलिए उन्हें इस बात का बहुत बुरा लगता था।
दोस्तों बिल गेट्स की रुचि ना सिर्फ सॉफ्टवेयर बनाने में थी बल्कि अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने में भी थी बिल गेट्स की मेहनत और लगन की वजह से कंपनी की तरक्की दिन-ब-दिन एप्पल इंटेल आईबीएम और हार्ड वेयर बनाने वाली कंपनी की तरफ बढ़ती जा रही थी और फिर माइक्रोसॉफ्ट ने नए सॉफ्टवेयर का अलग-अलग भाषाओं में विस्तार करना शुरू किया और अन्य कंप्यूटर कंपनियों को अपने उत्पाद बेचना शुरू किया।
सन 1978 तक आते-आते सॉफ्टवेयर की बिक्री एक मिलियन यानी 1000000 से भी ज्यादा हो गई और सन 1978 से लेकर 1981 के बीच माइक्रोसॉफ्ट में आश्चर्यजनक विकास देखने को मिला और बहुत ही कम समय में माइक्रोसॉफ्ट के कर्मचारियों की संख्या 13 से बढ़कर 128 हो गई
1980 में आईबीएम कंपनी ने अपने कंप्यूटरों के लिए माइक्रोसॉफ्ट को सॉफ्टवेयर बनाने के लिए पेशकश की एलेन और बिल गेट्स ने मिलकर आईबीएम कंपनी के लिए एक सॉफ्टवेयर बनाया और आईबीएम कंपनी ने उनसे यह सॉफ्टवेयर $50000 में खरीदना चाहा लेकिन बिल गेट्स ने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया क्योंकि बिल गेट्स चाहते थे आईबीएम कंपनी अपने जितने भी कंप्यूटर में माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करके बेचे उसमें माइक्रोसॉफ्ट को भी कुछ हिस्सा मिले।
ऐसी ही मार्केट में और भी कई कंपनियां आई जो कंप्यूटर बनाती थी उन्हें भी माइक्रोसॉफ्ट ने अपने सॉफ्टवेयर बेचना शुरू किए।
और सन 1981 के मध्य में बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के प्रेसिडेंट और एलेन एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट बन गए
सन 1983 तक आते-आते माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का टर्नओवर 4 मिलियन डॉलर से बढ़कर 16 मिलियन डॉलर हो गया और पूरी दुनिया में जितने भी पर्सनल कंप्यूटर थे उसमें से 30% में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का सॉफ्टवेयर चलाया जा रहा था और सन 1983 तक जहां एक तरफ बिल गेट्स सिर्फ 28 साल की उम्र में कामयाबी के शिखर को छू रहे थे और पूरी दुनिया में बिल और एलेन के बनाए सॉफ्टवेयर की डिमांड बढ़ती जा रही थी वहीं दूसरी तरफ पॉल एलन को एक गंभीर बीमारी हो गई जोकि कैंसर की श्रेणी में आती थी हालांकि लगभग 1 साल बाद एलन धीरे-धीरे ठीक होने लगे थे लेकिन वह अब माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के दिन प्रतिदिन के कारोबार में ज्यादा हिस्सा नहीं ले सकते थे और इसीलिए उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट को छोड़ दिया।
सन 1984 में बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट का इकलौता चेहरा रह गए और उनकी मेहनत वह लगातार प्रयास से सन 1985 में उनकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने 140 मिलियन डॉलर से भी अधिक की सेल की।
सन 1986 में बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट विंडो को मार्केट में उतारा जिसमें कोई भी कंप्यूटर को माउस के जरिए आसानी से इस्तेमाल कर सकता था और 1986 में ही बिल गेट्स ने अपनी कंपनी को सार्वजनिक कर लिया जिसने माइक्रोसॉफ्ट कंपनी को एक नया वित्तीय आधार दिया और उन्होंने कुल स्टोक का 45% हिस्सा अपने पास रखा जिसने उन्हें 31 साल की उम्र में अरबपति बना दिया था।
सन 1987 तक बिल गेट्स सबसे कम उम्र के अरबपतियों में से एक थे।
सन 1990 में माइक्रोसॉफ्ट ने एक नई विंडो 3.0 को लांच किया और यह सबसे ज्यादा बिक्री वाली विंडो बन गई
सन 1994 में बिल गेट्स ने 37 साल की उम्र में उन्ही की कंपनी में काफी साल से काम कर रही 28 वर्षीय मेलिंडा फ्रेंच से शादी कर ली थी लेकिन उनकी शादी के कुछ महीनों बाद ही उनकी मां की कैंसर के कारण मृत्यु हो गई थी।
सन 1995 माइक्रोसॉफ्ट के लिए बहुत ही ज्यादा अच्छा रहा क्योंकि इस साल बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट 95 विंडो को लांच किया था बिल गेट्स अपनी 42 साल की उम्र तक अमेरिका में रहने वाले सबसे अमीर इंसान थे जिनके पास 50 बिलियन डॉलर की संपत्ति थी जो बढ़ते बढ़ते आज 90 बिलियन डॉलर हो गई है।
दोस्तों बिल गेट्स की दो बेटियां और एक बेटा है लेकिन क्या आप जानते हैं बिल गेट्स के पास इतनी सारी धन दौलत होने के बाद भी बिल गेट्स ने अपने बच्चों को 10 मिलियन डॉलर देखकर जाने का फैसला किया है जो की उनकी दौलत का एक बहुत ही छोटा सा हिस्सा है और इसके बारे में पूछे जाने पर बिल गेट्स सिर्फ इतना ही कहते हैं कि मैं अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दूंगा लेकिन इतनी अधिक दौलत छोड़ कर जाना मेरे बच्चों के लिए उचित नहीं है मैंने कुछ साल पहले ऐसा महसूस किया कि मेरी दौलत जो समाज से आई है वह समाज में ही वापस जाना चाहिए।
बिल गेट्स को एक अच्छे बिजनेसमैन होने के साथ ही मानव प्रेमी स्वभाव के कारण और अनगिनत धन-संपत्ति दान करने के लिए कई पुरस्कारों से नवाजा गया है।
सन 2014 में बिल गेट्स ने चेयरमैन के पद से हटकर सत्य नडेला को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का सीईओ बनाया जो कि एक भारतीय हैं।
और बिल गेट्स अपनी पत्नी मेलिंडा फ्रेंच के साथ मिलकर एक एनजीओ “ बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन” चलाते हैं और पूरी दुनिया में बहुत ही भलाई का काम करते हैं।
बिल गेट्स के अनमोल वचन
“अपने आप की तुलना कभी किसी से मत करो अगर आप ऐसा कर रहे हैं तो आप स्वयं की बेइज्जती कर रहे हैं”
“जब आपके हाथ में पैसा होता है तो केवल आप भूलते हैं कि आप कौन हैं लेकिन जब आपके हाथ खाली होते हैं तो संपूर्ण संसार भूल जाता है कि आप कौन हैं”
“यदि आप गरीब जन्मे हैं तो यह आपकी गलती नहीं है लेकिन यदि आप गरीब मरते हैं तो यह आपकी गलती है”
“मैं एक कठिन काम को करने के लिए एक आलसी इंसान को चुन लूंगा क्योंकि फिर वह आलसी इंसान उस काम को करने का एक आसान तरीका खोज लेगा”
“अगर आप अच्छा नहीं बना सकते तो कम से कम ऐसा तो कीजिए कि वह अच्छा दिखे”
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