अच्छी संगति पर अनमोल वचन, सुविचार | Good Company Quotes In Hindi
अच्छी संगति पर अनमोल वचन, सुविचार | Good Company Quotes In Hindi
1.) अत्यधिक मित्र बनाने के पीछे मत भागो, एक ही अच्छी संगति वाला मित्र ही बहुतों के बराबर साबित हो सकता है।
2.) आपकी संगति आपके भविष्य का निर्धारण करती है, अच्छी संगति का मतलब अच्छा भविष्य; बुरी संगति का मतलब बुरा भविष्य।
3.) अच्छी संगति से तो दुर्जन में भी सज्जनता पैदा हो जाती है, इसलिए सत्संगति को चुनना एक तरह का वरदान साबित हो सकता है।
4.) अगर किसी अच्छे व्यक्ति और अच्छी संगति का साथ न मिले तो अकेले हीं आगे बढ़िये. थोड़ी मुश्किलें आएँगी, लेकिन यही आपके भविष्य के लिए अच्छा होगा।
5.) बुरी संगती प्रतिभावान व्यक्ति को भी बेकार और असफल बना देती है. इसलिए अपने दोस्त सावधानी से चुनिए।
6.) जीवन में खुशहाली लाने में अच्छी संगति बहुत मायने रखती है, लेकिन जिंदगी बदहाल बनाने में कुसंगति की भूमिका अधिक होती है।
7.) बेईमानी करने वाले व्यक्ति की संगति करने से बेईमानी की भावना उत्पन्न होती है, लेकिन
वही बेईमान व्यक्ति को अच्छी संगति मिल जाती है तो उसका भाग्य बदल सकता है।
8.) बुरे लोगों का साथ मीठे जहर की तरह होता है, जो शुरू में तो मीठा लगता है, लेकिन अंत में हमारे लिए जानलेवा साबित होता है इसलिए हमेशा अच्छी संगति में ही रहना चाहिए।
9.) संगती यह तय करती है कि आपका जीवन बेहतर होगा या बदतर।
10.) दुर्जन के साथ संगति से दुर्जनता हासिल होती है,
लेकिन सही संगति तो सज्जन व्यक्ति से
ही करनी चाहिए।
11.) बहुत ज्यादा भावुक व्यक्ति को इस बात का कभी ध्यान नहीं रहता है, कि वह अच्छी संगती में है या बुरी संगती में।
12.) बुरी संगती से आप बुरे बनें या नहीं, लेकिन यह तय है कि आपकी संगती आपको एक दिन नुकसान जरुर पहुंचाएगी।
13.) मंथरा की संगति ने कैकेयी को हमेशा के लिए बदनाम कर दिया. सज्जनों और सद्ग्रंथों की संगति के कारण विभीषण का उद्धार हो गया. हम जैसे लोगों के साथ अपना समय बिताते हैं, हमारी वैसी हीं गति होती है।
14.) घर के एक व्यक्ति की बुरी संगती, पूरे परिवार के लिए मुसीबत खड़ी कर देती है, इसलिए व्यक्ति की अच्छी संगति होना जरूरी है।
15.) मुश्किलें आपको मजबूर करेंगी, लेकिन आपको अपना संयम खोकर बुरे व्यक्ति और संगति की मदद नहीं लेनी चाहिए।
16.) अच्छी संगत से धीरे धीरे आपके विचारों में भी बदलाव आता है।
17.) संगती तभी हम पर अपना प्रभाव डालती है, जब हम संगती के अनुसार बदलना चाहते हैं।
18.) सफल होने के लिए अच्छी संगत होने के साथ साथ अच्छी सोच का होना भी बेहद जरुरी है।
19.) बेवकूफ इंसान भी अच्छी संगत में बैठने से खुद के विचारों में परिवर्तन ला सकता है।
तुलसीदास जी ने कहा है;
20.) जाहि बड़ाई चाहिए, तजे न उत्तम साथ। ज्यों पलास संग पान के, पहुंचे राजा हाथ।।
जैसे, पलाश के फूल में सुगंध नहीं होने से उसे कोई पूछता नहीं है, परंतु वह भी जब पान का संग करता है तो राजा के हाथ तक भी पहुंच जाता है। इसी प्रकार जो उन्नति करना चाहता हो उसे महापुरुषों का संग करना चाहिए।
21.) रहिमन उजली प्रकृति को नहीं नीच को संग
करिया वासन कर गहे कालिख लागत अंग।
अच्छे लोग को नीच लोगों की संगति नहीं करनी चाहिए। कालिख लगे बरतन को पकड़ने से हाथ काले हो जाते हैं। नीच लोगों के साथ बदनामी का दाग लग जाता है।