आकर्षण का नियम हर विचार पर प्रतिक्रिया करता है। the secret book in hindi
आप ऐसे लोगों को जानते होंगे, जिन्होंने बहुत सारी दौलत हासिल करके गंवा दी, लेकिन कुछ समय बाद ही दोबारा हासिल कर ली।
ऐसा क्यों हुआ ? उन्हें मालूम हो या न हो, लेकिन हुआ यह था कि चूंकि पहले वे दौलत के बारे में प्रबलता से सोचते थे, इसलिए वे उसे हासिल करने में सफल हुए ।
फिर उन्होंने दौलत गंवाने के डरावने विचारों को अपने दिमाग में आने दिया, जब तक कि वे प्रबल नहीं बन गए । दौलत पाने के विचारों का पलड़ा हल्का हो गया और दौलत गंवाने के विचारों का पलड़ा भारी हो गया।
इसी वजह से दौलत गंवा दी। बहरहाल, दौलत जाने के बाद इसके जाने का डर गायब हो गया और उन्होंने दौलत के प्रबल विचारों से सकारात्मक पलड़े को दोबारा भारी कर लिया ।
और दौलत लौट आई। स्पष्ट है आकर्षण का नियम आपके विचारों पर प्रतिक्रिया करता है, चाहे वे जैसे भी हों।
आकर्षण के नियम के संदर्भ में आपने यह अनुभव किया होगा, आप कभी किसी ऐसी चीज के बारे में सोचने लगे हों, जिससे आप खुश नहीं थे।
आपने उसके बारे में जितना ज्यादा सोचा, वह उतनी ही ज्यादा बुरी लगने लगी। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि जब आप लगातार एक ही विचार सोचते हैं,
तो आकर्षण का नियम तत्काल उसी जैसे दूसरे विचार आपकी ओर लाने लगता है।
चंद मिनटों में ही आपके दिमाग में इतने सारे दुखद विचार भर जाएंगे कि स्थिति पहले से ज्यादा बुरी दिखने लगेगी।
कठिन परिस्थितियों में भी हमेशा मुस्कराते रहें | keep smiling always